Source: भास्कर न्यूज, | Last Updated 17:19(04/02/11)
पूर्णिया. बलात्कार व यौन शोषण के आरोपी विधायक राजकिशोर केसरी हत्याकांड ने अब नया रुख ले लिया है। हत्या की मुख्य आरोपी रूपम पाठक ने जेल से सीजीएम पूर्णिया को लिखी चिट्ठी में खुद को निर्दोष बताते हुए हत्या का मुख्य जिम्मेवार विधायक के करीबी विपिन राय को बताया है। उसने विपिन पर विधायक के पीठ पीछे छुरा घोंपने का आरोप लगाते हुए कहा है कि उसी के द्वारा विधायक के हत्या की साजिश रची गयी थी। चिट्ठी में रूपम ने बाहर व्यक्तियों द्वारा उसकी पिटाई की बात भी दर्ज की है। चिठ्ठी में विपिन के शारीरिक संबंध बनाये जाने की बात का भी जिक्र है।
‘मुंह खोलूंगी तो चली जाएगी जान’
रुपम ने यह भी कहा है कि उसका मुंह खोलना उसकी जान के लिए खतरा साबित हो सकता है। रूपम ने लिखा है कि अगर उसे विधायक को मारना ही होता तो उसें कहीं लेकर जाकर अकेले में मारती । विपिन के षड़यंत्र को बताने विधायक निवास पहुंची थी। खबर वह विपिन को भी बताना चाहती थी लेकिन उसने फोन रिसीव नहीं किया।
रूपम का कहना है कि इस हत्याकांड से उसका कोई लेना देना नही है। वह उनके सारे दुश्मनों को जानती थी इसलिए उनलोगों ने इसका फायदा उठाकर उनको मार डाला। बहरहाल रूपम द्वारा लिखी गयी चिट्ठी से कई सवाल एक बार फिर उठ गये हैं।
जेल में वह खुद को असहज महसूस कर रही रूपम ने सिर में चोट होने की बात लिखते हुए सीजीएम से उचित न्याय की गुहार लगाई है। सीजीएम से उसने उसके साथ मारपीट करने वालो पर भी कार्रवाई का अनुरोध किया है।
उसने पत्र में कुछ षडयंत्रकारियों के नाम भी बताने के साथ ही पिटाई में गुड्डु पाठक, विपीन राय, परमानंद सिंह, विनोदानंद सिंह, विधायक का भतीजा सुदीप केसारी तथा उसका छोटा भाई, विधायक के दोनो वॉडीगॉर्ड, राजेश कुमार झा, रमण झा, संजय सिंह को अभियुक्त बनाते हुए कार्रवाई पर बल दिया है। पत्र में रूपम ने पुलिसवालो पर भी दबाव का आरोप लगाया है
‘मुंह खोलूंगी तो चली जाएगी जान’
रुपम ने यह भी कहा है कि उसका मुंह खोलना उसकी जान के लिए खतरा साबित हो सकता है। रूपम ने लिखा है कि अगर उसे विधायक को मारना ही होता तो उसें कहीं लेकर जाकर अकेले में मारती । विपिन के षड़यंत्र को बताने विधायक निवास पहुंची थी। खबर वह विपिन को भी बताना चाहती थी लेकिन उसने फोन रिसीव नहीं किया।
रूपम का कहना है कि इस हत्याकांड से उसका कोई लेना देना नही है। वह उनके सारे दुश्मनों को जानती थी इसलिए उनलोगों ने इसका फायदा उठाकर उनको मार डाला। बहरहाल रूपम द्वारा लिखी गयी चिट्ठी से कई सवाल एक बार फिर उठ गये हैं।
जेल में वह खुद को असहज महसूस कर रही रूपम ने सिर में चोट होने की बात लिखते हुए सीजीएम से उचित न्याय की गुहार लगाई है। सीजीएम से उसने उसके साथ मारपीट करने वालो पर भी कार्रवाई का अनुरोध किया है।
उसने पत्र में कुछ षडयंत्रकारियों के नाम भी बताने के साथ ही पिटाई में गुड्डु पाठक, विपीन राय, परमानंद सिंह, विनोदानंद सिंह, विधायक का भतीजा सुदीप केसारी तथा उसका छोटा भाई, विधायक के दोनो वॉडीगॉर्ड, राजेश कुमार झा, रमण झा, संजय सिंह को अभियुक्त बनाते हुए कार्रवाई पर बल दिया है। पत्र में रूपम ने पुलिसवालो पर भी दबाव का आरोप लगाया है
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