Monday, February 7, 2011

चीन को मुंहतोड़ जवाब की तैयारी: पूर्वोत्‍तर भेजे जाएंगे 30 हजार सैनिक

चीनी सेना की तिब्बत में बढ़ती भागीदारी के मद्देनजर भारत ने भी पूरी तैयारी कर ली है। भारत सरकार ने भी पूर्वोत्तर में सेना की फौरी तौर पर दो माउंटेन डिविजन बनाया है। जिसमें 30 हजार जवान शामिल हैं।

सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक पूर्वोत्तर में दो नये माउंटेन डिविजन बनकर तैयार हैं। वे पूरी तरह से काम कर रहे हैं। महज कुछ जरूरत की चीजों की आवश्यकता है जो जल्द ही पूरी हो जाएगी।

प्रत्येक नये डिवीजन को बनाने में करीब सात सौ करोड़ की कीमत आयी है। एक नागालैंड के रंगापहर के अंतर्गत तो दूसरा असम के तेजपुर के अंतर्गत काम करेगा।


चीन को जवाब देने के लिए भारतीय सेना की तरफ से पूरी तैयारी चल रही है। भारतीय सेना ने हैवी मशीनगन का भी टेंडर निकाला है। तेजपुर में फाइटर प्लेन सुखोई-30 की भी तैनाती कर दी गई है। 

अरुणाचल प्रदेश को अपना बताने के बाद चल रहे भारत और चीन के विवाद के बीच भारतीय सेना के तरफ से डिवीजन की तैयारी, युद्ध के समय काफी मददगार होगी। यह डिवीजन उस समय तैयार हुआ है जब चीनी सेना लाइन ऑफ कंट्रोल के पास आधारभूत संरचना में तेजी से विकास कर रहा है।  

भारत की सीमा तक हाई-वे
गौरतलब है कि चीन ने भारत की सीमा तक हाई-वे बनाने की राह में पिछले दिनों ही सफलता हासिल कर ली थी। तिब्बत में मोशुओ काउंटी (तिब्बती में मेटोक) भारत के अरुणाचल प्रदेश से लगा वहां का आखिरी क्षेत्र है। यहां अब तक कोई हाई-वे नहीं है। 

इस स्थान का सामरिक महत्व है क्योंकि अरुणाचल को चीन दक्षिण तिब्बत का हिस्सा कहता है। यहीं से ब्रह्मपुत्र नदी भारत में प्रवेश करती है।इस 117 किलोमीटर के हाई-वे के बन जाने के बाद मेटोक नजदीकी बोमी काउंटी से जुड़ जाएगा। बोमी काउंटी तक चीन को जोड़ने वाली सड़क पहले ही मौजूद है।
सुरंग भी बना चुका है चीन

चीन ने इसी हाईवे से एक 3.3 किमी (3310मीटर) की सुरंग भी बनाई है। चीन के सरकारी टेलीविजन ने सुरंग निर्माण स्थल से कुछ सीधी तस्वीरें प्रसारित कीं थीं । इस सुरंग के बनते ही चीन कभी भी बड़ी ही आसानी से भारत में सेंध लगाने में सक्षम हो गया है।

विस्फोट के जरिए सुरंग का दूसरा छोर खुलने के बाद इसके निर्माण में जुटे मजदूरों को इन तस्वीरों में जश्न मनाते दिखाया गया। समुद्र तल से 3,750 मीटर की ऊंचाई पर बर्फ से ढंके गैलोंग्ला पर्वत पर यह सुरंग बनाई गई है। इसके निर्माण में पूरे दो साल लगे।

रेप पर राजनीति: अस्‍पताल पहुंचे राहुल गांधी, पुलिस ने चलाई लाठी


नई दिल्ली. राष्‍ट्रीय राजधानी दिल्‍ली और इससे सटे इलाकों में बलात्‍कार की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। पुलिस ऐसी वारदात से निपटने में नाकामयाब साबित हो रही है। ताजा मामला राष्‍ट्रीय राजधानी क्षेत्र गाजियाबाद का है। इस मामले में पुलिस ने 5 आरोपियों को तो पकड़ लिया है, लेकिन पीड़ित युवती का कोई पता नहीं है।

इसी बीच कानपुर मेडिकल कॉलेज में सोमवार को हंगामा हो गया। कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी एक पीड़ित युवती से मिलने यहां पहुंचे। इस युवती से हाल ही में फतेहपुर में बलात्कार की कोशिश हुई थी। तीन लोग बलात्कार करने की कोशिश में नाकाम हुए तो उन्होंने लड़की की नाक, कान और हाथ काट डाले। 

राहुल के वहां पहुंचने के समय कांग्रेस के कार्यकर्ता वहां मायावती सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया, जिसमें कई कार्यकर्ता घायल हो गए।

गाजियाबाद गैंग रेप मामला
गाजियाबाद के एसएसपी रघुवीरलाल ने बताया कि गैंग रेप की शिकार युवती के बारे में पता लगाने के लिए अब ऑर्कुट अकाउंट के आधार पर उसके बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। इसके लिए पुलिस की साइबर टीम को लगाया गया है।

दिल्ली के धौलाकुंआ रेप कांड 2 की तर्ज पर शनिवार की रात चार सड़कछाप युवकों ने कविनगर थाना क्षेत्र में रईसपुर गांव के पास नोएडा की एक सेल्सगर्ल के साथ गैंपरेप किया। वह भी युवती के ब्यायफै्रंड के सामने। सड़क किनारे खेतों में बारी-बारी से एक-एक रेप करते रहे और दो उसके ब्यायफैंड्र कृष्णा को बाइक से बंधक बनाए रहे। चारों युवकों ने युवती की इज्जत लूट ली तो कृष्णा को भी नहीं बख्शा।

जाते-जाते चारों युवकों ने कृष्णा को धमकाया और कहीं मुंह न खोलने की धमकी भी दी, इसके बाद चारों ने कृष्णा के  बैग में रखा लैपटॉप, मोबाइल फोन और जेब से 450 रुपए निकालकर फरार हो गये। बदहवास युवती किसी तरह अपने घर चली गई, लेकिन कृष्णा ने रात नौ बजे ही पूरी घटना की सूचना कविनगर पुलिस को दे दी।

रेप की राजधानी दिल्‍ली 
दिल्ली सिर्फ देश की प्रशासनिक राजधानी नहीं बल्कि महिलाओं के खिलाफ अपराध की भी 'राजधानी' बन गई है। हालत यह है कि देश में हो रहा रेप का हर चौथा मामला दिल्ली में होता है। राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के मुताबिक 2010 में 489 रेप के मामले दर्ज किए गए, जबकि 2009 में 459 ऐसे केस पुलिस के सामने आए। महिलाओं का अपहरण और छेड़छाड़ भी दिल्ली में आम हो गया है। 

2010 में देश भर में 3544 महिलाएं अगवा की गईं। इसमें 1379 महिलाएं राजधानी दिल्ली की हैं। दिल्ली पुलिस के ताज़ा आंकड़ों के मुताबिक राजधानी में हर 18 घंटे में महिलाओं के साथ बलात्कार और हर 14 घंटे में छेड़छाड़ की घटना होती है। यह हाल सिर्फ दिल्ली और एनसीआर का नहीं है। बल्कि उत्तर प्रदेश में भी हाल के दिनों में बांदा, कानपुर, फतेहपुर, रायबरेली जैसे जिलों में रेप या रेप की कोशिश के कई गंभीर मामले सामने आए हैं। राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष गिरिजा व्यास के मुताबिक, 'देश भर में महिलाओं और बच्चों के खिलाफ यौन उत्पीड़न के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, लेकिन महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामले में उत्तर प्रदेश सबसे आगे है।'  

उत्‍तर प्रदेश में भी हालात बुरे 

दिल्‍ली से सटे उत्तर प्रदेश में तो पिछले सप्‍ताह ही राज्‍य में रेप के कम से कम 4 मामले सामने आए। फतेहपुर में 16 साल की लड़की के साथ जब तीन लोग बलात्कार करने की कोशिश में नाकाम हुए तो उन्होंने लड़की की नाक, कान और हाथ काट डाले। लड़की का इलाज कानपुर के अस्‍पताल में चल रहा है। कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी आज लड़की से मिलने के लिए अस्‍पताल पहुंचे। उन्‍होंने राज्‍य की मुख्‍यमंत्री मायावती को चुनौती दी है कि वह पीडि़त से मिलें। इस मामले का आरोपी राज्‍य की सत्‍ताधारी पार्टी बसपा का कार्यकर्ता बताया जा रहा है और इसी वजह से पुलिस पर उन्‍हें बचाने का आरोप भी लग रहा है।

राहुल से पहले कानपुर के हेलेट अस्पताल में भर्ती पीडि़त लड़की से मिलने पहुंचे उत्तर प्रदेश के पूर्व शिक्षा मंत्री और फतेहपुर के समाजवादी पार्टी नेता करमजीत सिंह को पुलिस ने बैरंग वापस करा दिया। करमजीत कार्यकर्ताओं के साथ पीड़िता से मिलने पहुंचे थे। बाद में उन्‍होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि इस मामले का मुख्य आरोपी श्रीओम बहुजन समाज पार्टी का कार्यकर्ता है और पार्टी व राज्य पुलिस उसे बचाने का प्रयास कर रही है। तमाम दलों के लोग पीडि़ता से मिलने अस्‍पताल पहुंच रहे हैं और सपा ने मंगलवार को उसके गांव उदरौली में धरना देने का कार्यक्रम भी रखा है। 

झांसी के मोरानीपुर थाना अंतर्गत भी एक 18 साल की युवती ने बलात्कार के बाद आत्मदाह कर जान दे दी। उसने पहले पुलिस को दिए बयान में अपने परिचित पर बलात्कार का आरोप लगाया था। इसके बाद उसने अपने घर में खुद को आग लगा ली। एसएसपी, झांसी ने बताया कि आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। 

राज्‍य में कुछ दिनों पहले बांदा के बीएसपी विधायक पुरुषोत्तम नरेश द्विवेदी पर भी एक दलित लड़की से बलात्कार करने का आरोप लगा था, जिसके चलते आजकल वह जेल में हैं। वहीं, कानपुर में दिव्या नाम की छात्रा के साथ उसके ही स्कूल के प्रबंधक के छोटे बेटे ने बलात्कार किया था। सीबीसीआईडी ने इस केस की गुत्थी सुलझाई

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