
दक्षिण कोरिया ने इस हमले की अधिकारिक तौर पर पुष्टि करते हुए कहा है कि उत्तर कोरिया ने योंगपियॉंग द्वीप पर 200 से ज्यादा गोले दागे हैं। उत्तर पश्चिमी सीमा का यह यौंगपियोंग द्वीप उत्तर और दक्षिण कोरिया के बीच विवादित स्थल के तौर पर जाना जाता है।
दक्षिण कोरिया की चेतावनी
दक्षिण कोरिया ने उत्तरी कोरिया को चेतावनी दी है कि यदि अब फिर कोई बमबारी की गई तो उसे इसकी बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी। दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति किम जांग येओल ने एक बयान में कहा कि अब ऐसी किसी हरकत को सहन नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह विशुद्ध रूप से उकसाने वाली कार्रवाई है। बेकसूर नागरिकों पर बमों से हमले अक्षम्य हैं और भविष्य में इसका करारा जवाब दिया जाएगा।
अमेरिका ने कहा मदद करेंगे दक्षिण कोरिया की
अमेरिका ने भी चेतावनी दी है कि वह अपने साथी दक्षिण कोरिया की मदद के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। व्हाइट हाउस से जारी एक विज्ञप्ति में बताया गया कि दक्षिण कोरिया में अभी भी 28,000 अमेरिकी सैनिक हैं और अमेरिका की पूरे मामले पर कड़ी नजर है। विज्ञप्ति में कहा गया कि अमेरिका हर हाल में क्षेत्रीय संतुलन बनाकर रखेगा।
सैन्य संघर्ष की स्थिति
दक्षिण कोरिया के सरकारी टीवी ने बताया कि दक्षिण कोरिया ने भी उत्तर कोरिया के इस हमले के जवाब में गोलीबारी की है। जानकारों के अनुसार इस घटना के बाद एक बार फिर दोनों देशों के बीच में सैन्य संघर्ष की स्थिति बन गई है।
उत्तर कोरिया ने पश्चिमी समुद्र की ओर एफ-16 लड़ाकू जेट विमानों से गोले दागे। मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक इन हमलों के बाद योंगपियांग द्वीप से आग की लपटें और धुएं का गुबार उठता दिखाई दे रहा है। दक्षिण कोरिया ने इन हमलों के बाद द्वीप पर रहने वाले अधिकतर लोगों को सुरक्षित बंकरों में पहुंचा दिया गया है। इस द्वीप पर करीब 1200-1300 लोग रहते हैं।
योनहाप न्यूज एजेंसी ने एक सैन्य अधिकारी के हवाले से बताया कि दक्षिण कोरिया के सैनिक द्वीप के समीप समुद्री सीमा में नियमित सैन्य अभ्यास कर रहे थे कि उत्तर कोरिया ने गोलीबारी शुरू कर दी। दक्षिण कोरिया के सैन्य प्रवक्ता कर्नल ली बंग वू ने कहा, ‘हमने उत्तर कोरिया की तरफ हमले के लिए तैयार अपनी सेना को और सतर्क रहने को कहा है।’
सालों से है विवाद
दोनों पड़ोसी देशों के बीच समुद्री सीमा को लेकर विवाद रहता है। हाल के वर्षों में यह विवाद कई बार हिंसक रूप ले चुका है। इससे पहले गत मार्च में दक्षिण कोरिया के जंगी जहाज चियोनान के डूबने से 49 नाविकों की मौत हो गई थी। जांच में पता चला कि उत्तर कोरिया का टॉरपीडो इस घटना के लिए जिम्मेदार था लेकिन प्योंगयांग ऐसी किसी घटना में शामिल होने से इंकार करता रहा है।
उत्तर कोरिया द्वारा नया यूरेनियम संवर्धन संयंत्र विकसित किए जाने की खबरों के दरम्यान दोनों देशों के बीच मौजूदा टकराव ने पड़ोसी देशों समेत विश्व बिरादरी को चिंता में डाल दिया है।
तस्वीरों में देखिए, द. कोरिया पर उत्तर कोरिया की गोलीबारी
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