Saturday, January 29, 2011

मिस्त्र: पद नहीं छोड़ने पर अड़े मुबारक, अशांति कायम

Jan 29, 09:33 am
काहिरा। मिस्त्र के राष्ट्रपति होस्नी मुबारक ने पद नहीं छोड़ने का संकेत देते हुए शनिवार को अपनी सरकार को बर्खास्त कर दिया। इस बीच हजारों प्रदर्शनकारियों ने 30 वर्ष के निरंकुश शासन के खात्मे की मांग को लेकर क‌र्फ्यू का उल्लंघन कर प्रदर्शन किया।
देर रात्रि टेलीविजन पर दिए अपने संदेश में 82 वर्षीय मुबारक ने पुलिसिया कार्रवाई का विरोध किया। पुलिस ने आंसू गैस के गोले, रबर की गोलियां और पानी के बौछारों का प्रयोग कर प्रदर्शनकारियों पर अंकुश लगाने की कोशिश की।
पिछले तीन दशकों से मिस्त्र पर शासन कर रहे मुबारक ने अपनी कैबिनेट को इस्तीफा देने को कहा और सुधारों का वादा किया। उन्होंने कहा कि मैंने सरकार से इस्तीफा देने को कहा है और कल नई सरकार अस्तित्व में आएगी। उन्होंने कहा कि सुधारों पर हम पीछे नहीं हटेंगे। हम नए कदमों के साथ आगे बढ़ेंगे जो न्यायपालिका की स्वतंत्रता और इसके शासन तथा नागरिकों के लिए और स्वतंत्रता को सुनिश्चित करेगा।
उनकी घोषणा के बावजूद हजारों प्रदर्शनकारियों ने काहिरा, अलेक्जांद्रिया और सुएज में कल रात क‌र्फ्यू का उल्लंघन किया और उन्होंने सड़कों पर उतरकर गश्त कर रहे सैनिकों से भी प्रदर्शन में शामिल होने की अपील की। काहिरा के कई हिस्सों में लूटपाट की खबरें आ रही हैं जिसमें सरकारी दफ्तरों में लूटपाट भी शामिल है। संघर्ष में कम से कम 27 लोग मारे गए हैं और सौ से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। चार दिन पहले शुरू हुए प्रदर्शनों में अब तक देश भर में करीब एक हजार प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया गया है।
एक अभूतपूर्व घटना में कल प्रदर्शनकारियों ने काहिरा में मुबारक के नेशनल डेमोक्रेटिक पार्टी के मुख्यालय और दो थानों में आग लगा दी और सुरक्षा बलों के वाहन को क्षतिग्रस्त कर दिया। प्रदर्शनकारियों ने विदेश मंत्रालय के कार्यालय में भी धावा बोल दिया।
मुबारक ने काहिरा, अलेक्जांद्रिया और सुएज शहरों में शाम छह बजे से सुबह सात बजे तक क‌र्फ्यू लगा रखा है। बाद में क‌र्फ्यू को देश भर में लागू कर दिया गया। राष्ट्रपति ने कल सुरक्षा बलों को पुलिस से सहयोग करने, निर्णयों को लागू करने, सुरक्षा बनाए रखने और सार्वजनिक प्रतिष्ठानों और निजी संपत्तियों की रक्षा करने को कहा।
रिपोर्टों में कहा गया है कि प्रदर्शन में शामिल हुए लोकतंत्र समर्थक नेता मोहम्मद अलबरदेई को नजरबंद कर दिया गया है। अधिकारियों ने प्रदर्शनकारियों को व्यापक स्तर पर रैलियां आयोजित करने से रोकने के लिए कल देश भर में इंटरनेट और मोबाइल फोन सेवाओं को बंद कर दिया था।
बेरोजगारी, खाद्य पदार्थों के मूल्यों और भ्रष्टाचार के बढ़ने को लेकर लोगों में काफी आक्रोश है और इसलिए वे मुबारक को हटाने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं।
मुबारक ने सीधे तौर पर कहा कि वह लोगों की भावनाओं को समझ रहे है। उन्होंने लोगों से गरीबी, बेरोजगारी और लोकतांत्रिक व्यवस्था में सुधार करने का वादा किया।

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